नितीश कटारा हत्याकांड में दोषी ठहराए गए विकास यादव की अंतरिम जमानत अवधि को सुप्रीम कोर्ट ने चार हफ्तों के लिए और बढ़ा दिया है। अदालत ने यह फैसला मेडिकल आधार पर लिया है।
शीर्ष अदालत पिछले कुछ महीनों से विकास यादव को स्वास्थ्य कारणों से अंतरिम जमानत देती आ रही है। यादव ने अदालत से अपने इलाज के लिए जमानत अवधि बढ़ाने की अपील की थी। सुनवाई के दौरान अदालत ने यादव के स्वास्थ्य की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उनकी जमानत को आगे बढ़ाने का आदेश दिया।
नितीश कटारा हत्याकांड, जो 2002 में हुआ था, एक चर्चित ऑनर किलिंग मामला है। विकास यादव को इस हत्याकांड में दोषी ठहराया गया था और लंबे समय तक जेल में सजा काटी। हालांकि, स्वास्थ्य समस्याओं के चलते उन्हें अस्थायी रूप से जमानत दी जाती रही है।
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सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चार हफ्तों की अतिरिक्त अंतरिम जमानत के बाद मामले की अगली सुनवाई की जाएगी, जिसमें यह तय किया जाएगा कि जमानत अवधि को और बढ़ाया जाए या नहीं।
इस बीच, नितीश कटारा के परिवार ने अदालत से अपील की है कि दोषियों को किसी भी तरह की स्थायी राहत न दी जाए और न्याय प्रक्रिया को बाधित न होने दिया जाए।
यह फैसला एक बार फिर से इस चर्चित मामले को सुर्खियों में ले आया है और न्यायिक प्रक्रिया तथा मेडिकल आधार पर दी जाने वाली रियायतों पर बहस छेड़ दी है।
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