ओडिशा में एक गंभीर आपराधिक मामले में तीन हॉकी प्रशिक्षकों को बलात्कार के आरोप में औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने जानकारी दी कि उनके पास इस अपराध को लेकर "पर्याप्त सबूत" हैं, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मामला केवल संदेह तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि अब कानूनी कार्यवाही की दिशा में बढ़ चुका है।
यह मामला तब सामने आया जब पीड़िता ने आरोप लगाया कि हॉकी कैंप के दौरान उसके साथ बार-बार यौन शोषण किया गया। प्रारंभिक पूछताछ और जांच के बाद पुलिस ने तीनों प्रशिक्षकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। अब पुलिस के अनुसार उनके पास डिजिटल सबूत, मेडिकल रिपोर्ट और गवाहों के बयान के आधार पर यह सिद्ध हुआ कि अपराध हुआ है।
पुलिस ने यह भी बताया कि पीड़िता को काउंसलिंग और मेडिकल सहायता दी जा रही है, जबकि अपराधियों पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिनमें बलात्कार, यौन उत्पीड़न और विश्वासघात शामिल हैं।
यह घटना ओडिशा और देशभर में खेल संस्थानों में महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर गहरे सवाल खड़े करती है। कई सामाजिक संगठनों और महिला आयोगों ने इस घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सरकार और खेल प्राधिकरणों पर अब दबाव बढ़ रहा है कि वे महिला खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित और भरोसेमंद वातावरण सुनिश्चित करें।