पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार (2 दिसंबर 2025) को दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 14 साल के शासनकाल में राज्य में दो करोड़ से अधिक नौकरियां सृजित की गई हैं। वह 2011 से सत्ता में रही अपनी सरकार के प्रदर्शन की रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत कर रही थीं।
ममता बनर्जी ने कहा कि मनरेगा, ग्रामीण आवास, और गाँव की सड़कों के निर्माण जैसे क्षेत्रों में पश्चिम बंगाल ने लगातार चार बार पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया था, लेकिन इसके बाद केंद्र सरकार ने राज्य का बकाया भुगतान रोक दिया। इसके बावजूद राज्य सरकार ने विकास कार्यों को जारी रखा।
उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा योजना ‘खाद्या साथी’ के लिए नौ करोड़ लोगों को कवर करते हुए राज्य सरकार ने एक लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जबकि ‘दुआरे राशन’ योजना के लिए सात करोड़ लोगों को लाभान्वित करते हुए 1,717 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
और पढ़ें: पश्चिम बंगाल में SIR के दौरान 40 मौतों का दावा, TMC बोली—CEC के हाथ खून से सने
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछले 14 वर्षों में बजट आवंटन को छह गुना बढ़ाने का दावा भी किया। उनके अनुसार, आज पश्चिम बंगाल कई क्षेत्रों में देश के बाकी राज्यों के लिए एक मॉडल के रूप में उभरा है।
ममता बनर्जी ने बताया कि वर्तमान में 2.2 करोड़ से अधिक महिलाएं ‘लक्ष्मी भंडार’ योजना के तहत मासिक सहायता प्राप्त कर रही हैं। इसके अलावा, पिछले 14 वर्षों में 99 लाख से अधिक अतिरिक्त परिवारों को पेयजल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं।
एनडीए पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले 10,000 रुपये बाँटे और चुनाव खत्म होते ही बुलडोजर लगवा दिए।”
और पढ़ें: मंदिर–मस्जिद बयानबाज़ी पर बंगाल में सियासी घमासान तेज़