आंध्र प्रदेश में लगातार बारिश से बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। कृष्णा नदी पर स्थित पुलिचिंतला प्रोजेक्ट से बड़े पैमाने पर जल निकासी जारी है, जिससे नदी के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रकाशम बैराज का जलस्तर 12.0 फीट पर बनाए रखा गया है। पानी के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए 70 गेट खोले गए हैं, ताकि अतिरिक्त जल को सुरक्षित रूप से नदी में छोड़ा जा सके।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए निचले इलाकों के लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस बलों को तैनात किया है।
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रिपोर्ट्स के अनुसार, भारी जल निकासी के बावजूद कृष्णा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे आसपास के गांवों और खेतों में पानी भरने का खतरा बना हुआ है। पुलिचिंतला प्रोजेक्ट से छोड़ा गया पानी डाउनस्ट्रीम इलाकों तक तेजी से पहुंच रहा है।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों का संपर्क बाधित हुआ है और बिजली आपूर्ति भी कई जगहों पर ठप हो गई है। सरकार ने आपातकालीन शरण स्थलों पर भोजन और दवाइयों की व्यवस्था की है।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। अधिकारी लगातार जल स्तर की निगरानी कर रहे हैं और जरूरत पड़ने पर और गेट खोलने की तैयारी में हैं।
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