एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) सचिवालय के नीति समर्थन इकाई के निदेशक कार्लोस कुरियामा ने कहा है कि सदस्य देश मुक्त और खुले व्यापार पर सहमति बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के बावजूद एपेक शिखर सम्मेलन एक संयुक्त घोषणा तक पहुंचेगा।
दक्षिण कोरिया के ग्योंगजू में चल रहे दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन के दौरान कुरियामा ने बताया कि अधिकांश एपेक देश मुक्त व्यापार की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने चीन और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के बीच हाल में उन्नत व्यापार समझौते को इसका उदाहरण बताया।
कुरियामा ने कहा, “कई एपेक सदस्य अभी भी मुक्त व्यापार का समर्थन कर रहे हैं। कई देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस मंच पर इसकी वकालत कर चुके हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका सहित सभी सदस्य देश लगातार संयुक्त घोषणा पत्र पर सहमति के लिए प्रयासरत हैं।
और पढ़ें: ट्रंप के साथ व्यापार समझौते के बाद शी जिनपिंग कनाडा और जापान के नेताओं से मिलेंगे
अमेरिका की ओर से इस बैठक में ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने प्रतिनिधित्व किया, जबकि राष्ट्रपति ट्रंप दक्षिण कोरिया और चीन के साथ व्यापारिक समझौते करने के बाद सम्मेलन से पहले ही लौट गए। उन्होंने कहा कि ये समझौते एपेक के लिए लाभदायक हैं क्योंकि इससे व्यापारिक अनिश्चितता कम होती है।
कुरियामा ने माना कि वर्तमान वैश्विक व्यापार व्यवस्था में सहमति बनाना कठिन है, लेकिन एपेक जैसा मंच देशों के बीच संवाद और समाधान के लिए अब भी महत्वपूर्ण है।
और पढ़ें: एपेक सम्मेलन में ट्रंप-शी जिनपिंग की मुलाकात, व्यापार युद्ध में सुलह की उम्मीद