अर्मेनिया और अज़रबैजान के नेताओं ने दक्षिण काकेशस क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मौजूदगी में शांति सम्मेलन में हाथ मिलाया और समझौते पर हस्ताक्षर किए।
यह समझौता दोनों देशों और अमेरिका के बीच हुआ है, जिसके तहत प्रमुख परिवहन मार्गों को फिर से खोला जाएगा। इन मार्गों का पुनः संचालन न केवल दोनों देशों के लिए व्यापार और आर्थिक विकास का अवसर देगा, बल्कि अमेरिका को भी इस क्षेत्र में बढ़ते भू-राजनीतिक प्रभाव का लाभ उठाने का मौका देगा। यह कदम खासतौर पर रूस के घटते प्रभाव के समय पर आया है, जिससे अमेरिका अपनी उपस्थिति को और मजबूत कर सकता है।
दक्षिण काकेशस लंबे समय से अर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच संघर्ष का केंद्र रहा है, खासकर नागोर्नो-कराबाख क्षेत्र को लेकर। पिछले वर्षों में कई संघर्ष और युद्धविराम टूटने की घटनाएं हुईं, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता बनी रही। इस नए समझौते से उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास बहाल होगा और भविष्य में स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त होगा।
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ट्रम्प ने इस मौके को “ऐतिहासिक क्षण” बताते हुए कहा कि यह न केवल अर्मेनिया और अज़रबैजान के लिए, बल्कि पूरे दक्षिण काकेशस क्षेत्र के लिए नई शुरुआत है। उन्होंने जोर दिया कि आर्थिक सहयोग और खुले परिवहन मार्ग क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देंगे।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह समझौता अमेरिका के लिए रणनीतिक जीत है, क्योंकि इससे वह रूस के कमजोर होते प्रभाव वाले क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर सकेगा।
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