असम कांग्रेस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अपील की है कि वह बांग्लादेश सीमा पर भारत की सुरक्षा बलों, विशेषकर सीमा सुरक्षा बल (BSF), को और मजबूत करें। यह मांग श्रीभूमि जिले से 21 बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजे जाने की घटना के बाद की गई।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सीमा पर नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को और सशक्त बनाना आवश्यक है, ताकि अवैध प्रवेश और तस्करी जैसी घटनाओं को रोका जा सके। असम कांग्रेस ने यह भी कहा कि स्थानीय लोगों की सुरक्षा और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना राज्य और केंद्र दोनों के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए।
बीएसएफ के जवान लगातार सीमा पर चौकसी कर रहे हैं, लेकिन सीमा की लंबाई और बढ़ती घटनाओं के कारण अतिरिक्त संसाधनों और उपकरणों की आवश्यकता महसूस की जा रही है। कांग्रेस ने गृहमंत्री से अपील करते हुए कहा कि वे सीमा पर तैनात बलों की संख्या बढ़ाएं और उनके लिए आधुनिक तकनीकी साधनों की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
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विश्लेषकों का कहना है कि असम में सीमा सुरक्षा को लेकर राजनीतिक और सामाजिक चिंता बढ़ रही है। अवैध प्रवास और सीमा पार अपराध की घटनाओं के कारण स्थानीय प्रशासन और नागरिक दोनों ही चिंतित हैं। इस अपील का उद्देश्य केंद्र सरकार को सक्रिय रूप से सीमा सुरक्षा पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करना है।
असम कांग्रेस ने उम्मीद जताई कि गृहमंत्री इस मामले को गंभीरता से लेंगे और सीमा सुरक्षा बलों को पर्याप्त सहयोग और संसाधन उपलब्ध कराएंगे। इससे न केवल स्थानीय लोगों की सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर नियंत्रण भी मजबूत होगा।
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