पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने कोलकाता में आयोजित एक मैराथन दौड़ के उद्घाटन के दौरान स्टार्टर गन से फायरिंग की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। यह घटना 21 दिसंबर को शहर में आयोजित मैराथन को हरी झंडी दिखाते समय हुई थी। लोक भवन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार (23 दिसंबर 2025) को यह जानकारी दी।
अधिकारी के अनुसार, राज्यपाल ने इस मामले की कई पहलुओं से जांच करने के लिए एक जांच समिति गठित करने का निर्देश दिया है। यह आदेश ड्यूटी पर तैनात उनके एडीसी (एड-डी-कैंप) मेजर निखिल कुमार द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टार्टर गन की व्यवस्था मैराथन के आयोजकों द्वारा की गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, राज्यपाल ने गन चलाते समय सभी निर्धारित सुरक्षा निर्देशों का पालन किया। फायरिंग के दौरान स्टार्टर गन से कुछ छोटे-छोटे कण या छींटे निकलने की बात भी सामने आई है, हालांकि इस घटना में राज्यपाल या वहां मौजूद किसी अन्य व्यक्ति को कोई चोट नहीं आई। रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि किसी प्रकार की चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता नहीं पड़ी और कार्यक्रम बिना किसी बाधा के आगे बढ़ता रहा।
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राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने निर्देश दिया है कि इस घटना के हर पहलू की गहराई से जांच की जाए, जिसमें यह भी शामिल है कि कहीं यह जानबूझकर की गई सुरक्षा चूक, आयोजन को बाधित करने का प्रयास या उनके जीवन के लिए कोई खतरा तो नहीं था। अधिकारियों का कहना है कि राज्यपाल को ऐसे हथियारों के इस्तेमाल का अच्छा अनुभव है और वे पिछले दो वर्षों से इसी आयोजन को बिना किसी समस्या के हरी झंडी दिखाते रहे हैं।
इस बीच, राज्यपाल कार्यालय ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि स्टार्टर गन बिना सावधानी के चलाई गई। The Indian Witness की रिपोर्ट में घटना के लिए किसी प्रोटोकॉल उल्लंघन के बजाय उपकरण से जुड़ी तकनीकी खामी की आशंका जताई गई है। घटना के बाद राज्यपाल की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है।
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