अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार (26 अक्टूबर 2025) को बोस्टन में एक भावनात्मक भाषण में कहा कि देश “अंधेरे दिनों” से गुजर रहा है, लेकिन अमेरिकी जनता को निराश नहीं होना चाहिए और फिर से उठना चाहिए। उन्होंने यह टिप्पणी वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों और प्रशासनिक रुख की आलोचना करते हुए की, जिन्हें उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया।
बाइडेन (82) ने कहा, “अमेरिका अपनी स्थापना के बाद से ही दुनिया में सबसे शक्तिशाली विचार का प्रतीक रहा है। यह विचार किसी भी सेना या तानाशाह से अधिक ताकतवर है।” यह उनका पहला सार्वजनिक संबोधन था, जब उन्होंने प्रोस्टेट कैंसर के लिए रेडिएशन थेरेपी पूरी की। उन्हें एडवर्ड एम. कैनेडी इंस्टीट्यूट द्वारा “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया।
बाइडेन ने कहा कि अमेरिका की मजबूती सीमित शक्तियों वाले राष्ट्रपति पद, स्वतंत्र न्यायपालिका और कार्यशील कांग्रेस पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने सरकारी बंदी (shutdown) को सत्ता विस्तार के साधन के रूप में इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा, “मित्रों, मैं सच्चाई छिपा नहीं सकता — ये अंधेरे दिन हैं। लेकिन अमेरिका फिर से अपनी राह पाएगा, और पहले से अधिक मजबूत व न्यायपूर्ण बनेगा।”
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उन्होंने उन लोगों की सराहना की जो मौजूदा प्रशासन की धमकियों के बावजूद लोकतंत्र और स्वतंत्रता के लिए खड़े हैं — सरकारी अधिकारी, विश्वविद्यालय, हास्य कलाकार और कुछ रिपब्लिकन नेता भी।
बाइडेन ने कहा, “अमेरिका कोई परी कथा नहीं है। यह 250 वर्षों से संघर्ष और संभावनाओं के बीच एक निरंतर संतुलन रहा है।” उन्होंने भाषण के अंत में कहा, “दोस्तों, फिर से उठो।”
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