अमेरिकी अदालत ने एपिक गेम्स के साथ चल रहे कानूनी विवाद में गूगल की अपील को खारिज कर दिया है। यह मामला एंड्रॉइड ऐप स्टोर के संचालन और इन-ऐप ट्रांजेक्शन (In-App Transactions) पर गूगल के नियंत्रण से जुड़ा है।
एपिक गेम्स ने गूगल पर आरोप लगाया था कि वह उपभोक्ताओं को एंड्रॉइड डिवाइस पर ऐप्स तक पहुंचने और ऐप्स के भीतर भुगतान करने के तरीकों में एकाधिकार (Monopoly) कर रहा है। एपिक का कहना है कि गूगल डेवलपर्स को अपनी पेमेंट सिस्टम का उपयोग करने के लिए मजबूर करता है और प्रतिस्पर्धा को दबाता है।
अदालत के इस फैसले से गूगल को ऐप स्टोर नीतियों में बड़े बदलाव करने पड़ सकते हैं। इसमें वैकल्पिक पेमेंट सिस्टम को अनुमति देना और ऐप वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना शामिल है।
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गूगल ने दलील दी थी कि उसके ऐप स्टोर की नीतियां उपभोक्ताओं की सुरक्षा और लेनदेन की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए हैं। लेकिन अदालत ने माना कि गूगल का नियंत्रण प्रतिस्पर्धा के खिलाफ है और उपभोक्ताओं के विकल्पों को सीमित करता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह फैसला न केवल गूगल के लिए बल्कि पूरी मोबाइल ऐप इंडस्ट्री के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकता है। इससे डेवलपर्स को अधिक स्वतंत्रता और उपभोक्ताओं को बेहतर विकल्प मिलने की संभावना है।
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