भारत और इज़राइल के बीच आर्थिक संबंधों को नई दिशा देने वाला एक महत्वपूर्ण कदम जल्द ही उठाया जाएगा। दोनों देश अगले सप्ताह एक निवेश समझौते (Investment Deal) पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं। यह करार विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देगा और दोनों देशों की साझेदारी को और मजबूत करेगा।
सूत्रों के अनुसार, इस समझौते के तहत प्रौद्योगिकी, रक्षा, कृषि और ऊर्जा जैसे अहम क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की योजना है। भारत के लिए इज़राइल की उन्नत प्रौद्योगिकी और जल प्रबंधन प्रणाली विशेष रूप से उपयोगी साबित हो सकती है, वहीं इज़राइल भारत को विशाल बाजार और कुशल कार्यबल के रूप में देखता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह करार न केवल निवेश प्रवाह को बढ़ाएगा, बल्कि दोनों देशों के बीच नवाचार और शोध सहयोग को भी प्रोत्साहित करेगा। रक्षा क्षेत्र में भी इज़राइल भारत का एक प्रमुख साझेदार रहा है, और यह समझौता इस सहयोग को और गहरा कर सकता है।
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भारत और इज़राइल के बीच हाल के वर्षों में द्विपक्षीय संबंध लगातार मजबूत हुए हैं। प्रधानमंत्री स्तर पर हुई मुलाकातों और उच्च स्तरीय वार्ताओं ने व्यापार और निवेश को नई ऊंचाई दी है। 2022 में दोनों देशों ने अपने कूटनीतिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ भी मनाई थी, जिसमें सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया था।
आगामी निवेश समझौते से उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी नए आयाम छुएगी और भविष्य में यह गठजोड़ वैश्विक मंच पर भी अधिक प्रभावशाली भूमिका निभाएगा।
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