इंडोनेशिया में एक स्कूल भवन के ढहने की दर्दनाक घटना में मृतकों की संख्या 50 से अधिक हो गई है। यह हादसा इस वर्ष देश की सबसे भीषण त्रासदियों में से एक बन गया है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मलबे में अभी भी कई लोग फंसे होने की आशंका है, जिसके चलते बचाव कार्य लगातार जारी है।
यह हादसा पश्चिम सुमात्रा प्रांत के एक घनी आबादी वाले इलाके में हुआ, जहां सोमवार को दोपहर के समय स्कूल की इमारत अचानक ध्वस्त हो गई। घटना के समय सैकड़ों छात्र और शिक्षक कक्षाओं में मौजूद थे। बचाव दल ने अब तक दर्जनों शव बरामद कर लिए हैं, जबकि कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि भारी बारिश और कमजोर निर्माण गुणवत्ता हादसे के प्रमुख कारण माने जा रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इमारत में पहले से दरारें दिख रही थीं, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने इसकी मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया। इस लापरवाही को लेकर जनता में भारी आक्रोश है।
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राष्ट्रपति ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि निर्माण मानकों में कोई कमी या भ्रष्टाचार पाया गया, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियां और स्वयंसेवी संगठन भी राहत और बचाव कार्यों में शामिल हो गए हैं।
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