ईरान ने इज़रायली खुफिया एजेंसी और सेना के लिए जासूसी करने के आरोप में दोषी ठहराए गए एक व्यक्ति को शनिवार (20 दिसंबर 2025) को फांसी दे दी। सरकारी मीडिया ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है।
ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल के अनुसार, फांसी दिए गए व्यक्ति की पहचान अघिल केशवरज़ के रूप में हुई है। रिपोर्ट में कहा गया कि उसका इज़रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के साथ “घनिष्ठ खुफिया सहयोग” था और वह ईरान के सैन्य तथा सुरक्षा ठिकानों की तस्वीरें लिया करता था।
बताया गया कि केशवरज़ को मई महीने में उत्तर-पश्चिमी ईरान के उरमिया शहर में एक सैन्य मुख्यालय की तस्वीरें लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। उरमिया, राजधानी तेहरान से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित है। ईरानी अधिकारियों का आरोप है कि उसने मोसाद के लिए ईरान के विभिन्न शहरों, जिनमें तेहरान भी शामिल है, में 200 से अधिक जासूसी गतिविधियों को अंजाम दिया था।
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सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, केशवरज़ पर मुकदमा चलाया गया और उसे मौत की सजा सुनाई गई, जिसे बाद में ईरान के सुप्रीम कोर्ट ने भी बरकरार रखा। रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि 27 वर्षीय केशवरज़ ने वास्तुकला (आर्किटेक्चर) की पढ़ाई की थी।
गौरतलब है कि ईरान और इज़रायल के बीच तनाव हाल के वर्षों में काफी बढ़ा है। जून में दोनों देशों के बीच 12 दिनों तक चले हवाई संघर्ष के बाद से ईरान ने जासूसी के आरोप में अब तक 11 लोगों को फांसी दी है। उस संघर्ष में लगभग 1,100 लोग मारे गए थे, जिनमें ईरान के सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक भी शामिल थे। जवाबी कार्रवाई में ईरान की मिसाइलों से इज़रायल में 28 लोगों की मौत हुई थी।
अक्टूबर में भी ईरान ने क़ोम शहर में मोसाद के लिए जासूसी के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति को फांसी दी थी। ईरान में जासूसी के मामलों की सुनवाई अक्सर बंद दरवाजों के पीछे की जाती है और आरोपियों को कई बार अपने खिलाफ सबूतों तक पहुंच नहीं मिल पाती।
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