गाज़ा पट्टी के आसपास इज़रायली हवाई हमलों में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने चेतावनी दी है कि गाज़ा में अकाल का खतरा गंभीर रूप ले चुका है।
इंटीग्रेटेड फूड सिक्योरिटी फेज़ क्लासिफिकेशन (IPC) की ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया कि गाज़ा में हालात बेहद ख़राब हैं और लाखों लोग भुखमरी के कगार पर पहुँच चुके हैं। इस रिपोर्ट के बाद इज़रायल सरकार पर युद्ध के दौरान मानवीय सहायता बढ़ाने का दबाव तेज़ हो गया है।
इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने इस रिपोर्ट को “पूर्ण झूठ” बताया। सरकार ने आरोप लगाया कि “हमास बंधकों को भूखा रख रहा है और अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने के लिए झूठी तस्वीर पेश कर रहा है।” नेतन्याहू कार्यालय का दावा है कि युद्ध के दौरान पर्याप्त मानवीय सहायता गाज़ा में भेजी गई है।
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इज़रायली सेना का कहना है कि उसके हालिया हमले हमास के ठिकानों पर केंद्रित थे, जिनमें कई लड़ाकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। हालांकि, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि हमलों में बड़ी संख्या में आम नागरिक भी मारे गए और घायल हुए हैं।
अंतरराष्ट्रीय संगठनों और संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से अपील की है कि नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और मानवीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करें।
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