लद्दाख की राजधानी लेह में मंगलवार को राज्य का दर्जा और जनजातीय दर्जे की संवैधानिक सुरक्षा की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन हिंसक हो गया। इस दौरान हुई झड़पों में कई लोग घायल हो गए और कुछ लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। स्थिति को काबू में करने के लिए प्रशासन ने लेह शहर और आसपास के इलाकों में कर्फ़्यू लागू कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि हिंसा भड़कने के बाद सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है और कानून-व्यवस्था को संभालने के लिए सेना और पुलिस दोनों को अलर्ट पर रखा गया है। अब तक करीब 50 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। प्रशासन ने मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग है कि लद्दाख को राज्य का दर्जा दिया जाए और क्षेत्र के जनजातीय समुदायों को संवैधानिक सुरक्षा प्रदान की जाए। उनका कहना है कि केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से क्षेत्र की पहचान, संसाधन और सांस्कृतिक विरासत खतरे में पड़ गई है।
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हिंसा के बाद लेह के कई इलाकों में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। बाजार बंद हैं, सड़कों पर सन्नाटा पसरा है और लोग घरों में ही रहने को मजबूर हैं। प्रशासन लगातार लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह आंदोलन लंबे समय से simmer कर रहा था और सरकार को संवाद के ज़रिए इसे शांत करने की आवश्यकता है। फिलहाल हालात पर कड़ी नज़र रखी जा रही है और सुरक्षा एजेंसियां चौकसी बरत रही हैं।
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