म्यांमार में जारी गृहयुद्ध के बीच सेना ने एक और बड़ा हमला किया है। 11 दिसंबर 2025 को पश्चिमी रखाइन राज्य के म्राउक-यू जनरल अस्पताल पर किए गए सैन्य हवाई हमले में कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई, जबकि 68 से अधिक लोग घायल हुए। यह जानकारी मौके पर मौजूद राहतकर्मी वाई हुन आंग ने दी। राहतकर्मी के अनुसार, स्थिति बेहद भयावह है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
यह हमला उस समय हुआ जब सेना 28 दिसंबर से शुरू होने वाले आम चुनावों से पहले विद्रोहियों पर बड़े पैमाने पर अभियान चला रही है। सेना इन चुनावों को संघर्ष खत्म करने का रास्ता बता रही है, लेकिन विद्रोही संगठन इसे अपने कब्जे वाले इलाकों में होने नहीं देने पर अड़े हुए हैं।
अस्पताल के बाहर रातभर कम से कम 20 शवों को कपड़ों में ढका हुआ देखा गया। सेना की ओर से इस घटना पर कोई बयान नहीं आया है।
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रखाइन राज्य पर लगभग पूरा नियंत्रण अराकान आर्मी (AA) का है, जो लंबे समय से सैन्य शासन के खिलाफ लड़ रही है। एए के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि अस्पताल के भीतर 10 मरीजों की मौके पर ही मौत हो गई।
एए म्यांमार के गृहयुद्ध में सबसे शक्तिशाली विद्रोही गुटों में से एक बनकर उभरा है। “थ्री ब्रदरहुड एलायंस” का हिस्सा रहे इस समूह ने 2023 में संयुक्त अभियान चलाकर सेना को कई इलाकों में पीछे धकेला था। हालांकि इसके दो सहयोगी गुट चीन द्वारा कराए गए समझौतों पर राज़ी हो गए, लेकिन एए अभी भी लड़ाई जारी रखे हुए है।
संयुक्त राष्ट्र सहित कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने म्यांमार में होने वाले चुनावों को अविश्वसनीय बताया है, जबकि चीन चाहता है कि यह प्रक्रिया देश में स्थिरता लाए।
रखाइन में सेना की नाकेबंदी के कारण भूख, कुपोषण और मानवीय संकट तेजी से बढ़ रहा है। विश्व खाद्य कार्यक्रम ने अगस्त में चेतावनी दी थी कि हालात बेहद चिंता जनक हैं।
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