इज़राइल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने रविवार (26 अक्टूबर, 2025) को कहा कि गाजा में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय बल के लिए कौन-सी विदेशी सेनाओं को अनुमति दी जाएगी, इसका निर्णय इज़राइल ही करेगा। यह बल गाजा में युद्ध समाप्ति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी प्रयासों के तहत बनाया जा रहा है।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि अरब और अन्य देश सैनिक भेजने के लिए तैयार होंगे या नहीं, क्योंकि इज़राइल ने बल की संरचना को लेकर अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं। अमेरिकी प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने सैनिक गाजा नहीं भेजेगा, लेकिन यह बल मिस्र, इंडोनेशिया और खाड़ी के अरब देशों के सैनिकों पर निर्भर हो सकता है।
नेतन्याहू ने कैबिनेट की बैठक में कहा, “हम अपनी सुरक्षा के नियंत्रण में हैं और अंतरराष्ट्रीय बलों के संबंध में यह स्पष्ट कर दिया है कि इज़राइल तय करेगा कि कौन-से बल हमारे लिए अस्वीकार्य हैं। यही हमारा तरीका है और भविष्य में भी ऐसा ही रहेगा।”
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उन्होंने यह भी कहा कि यह अमेरिका के लिए भी स्वीकार्य है, क्योंकि इसके वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने हाल ही में यही बयान दिया है।
इज़राइल ने दो साल तक गाजा की घेराबंदी की है, ताकि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के सीमा पार हमले के बाद हवाई और जमीनी युद्ध में अपना दबदबा बनाए रख सके। गाजा की सभी प्रवेश मार्गों और क्षेत्र पर नियंत्रण अब भी इज़राइल के हाथ में है।
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