25 अगस्त 2025 को इजरायली हवाई हमलों ने गाजा के नासिर अस्पताल को निशाना बनाया, जिसमें पांच पत्रकारों सहित कम से कम 20 लोग मारे गए। पहला हमला अस्पताल की ऊपरी मंजिलों पर हुआ, जबकि दूसरा हमला 15 मिनट बाद हुआ, जब पत्रकार और बचावकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे, जिसे "डबल टैप" रणनीति कहा जाता है। मारे गए पत्रकारों में एपी की फ्रीलांसर मरियम दग्गा, रॉयटर्स के हुसाम अल-मसरी और अल जज़ीरा के मोहम्मद सलामा शामिल हैं।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे "दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना" बताते हुए खेद व्यक्त किया और कहा कि इजरायल पत्रकारों, चिकित्सा कर्मियों और नागरिकों के कार्यों की सराहना करता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि हमले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।
इस घटना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की गई है। यूके के विदेश सचिव डेविड लैमी ने हमले की निंदा करते हुए नागरिकों, स्वास्थ्यकर्मियों और पत्रकारों की सुरक्षा की आवश्यकता पर बल दिया और तत्काल संघर्षविराम की मांग की। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने इसे "असहनीय" करार दिया। अल जज़ीरा मीडिया नेटवर्क ने इसे "पत्रकारों को चुप कराने के लिए सुनियोजित हत्या" बताया।
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यह हमला गाजा में पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते हमलों की श्रृंखला का हिस्सा है, जिसमें अगस्त 2025 में अल जज़ीरा के वरिष्ठ पत्रकार अनस अल-शरीफ की हत्या भी शामिल है।
इस घटना ने प्रेस स्वतंत्रता और युद्ध क्षेत्रों में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं।
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