जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार (13 नवंबर 2025) को दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि “हर कश्मीरी आतंकवादी नहीं है।” उन्होंने कहा कि दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, लेकिन निर्दोष लोगों को किसी भी कीमत पर नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।
जम्मू में पत्रकारों से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, “कुछ मुट्ठीभर लोग ही हैं जो शांति और भाईचारे को बिगाड़ना चाहते हैं। उन्हें सजा मिलनी चाहिए, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हर कश्मीरी आतंकवादी है या आतंकियों से जुड़ा हुआ है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे हमलों से जम्मू-कश्मीर की छवि को धूमिल करने की कोशिश की जाती है, जबकि प्रदेश के अधिकांश लोग शांति और विकास चाहते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियों से अपील की कि जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जाए ताकि असली दोषी पकड़े जाएं और निर्दोषों पर कोई कार्रवाई न हो।
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अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ना और उन्हें रोजगार व शिक्षा के अवसर देना ही स्थायी शांति का मार्ग है। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने और शांति बनाए रखने की अपील की।
उनका यह बयान उस समय आया है जब दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके के बाद पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
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