गाजा में मानवीय संकट गहराता जा रहा है। अमेरिकी और इजरायली समर्थित गाजा ह्यूमेनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) द्वारा 26 मई 2025 से शुरू किए गए सहायता वितरण कार्यक्रम के दौरान, दो महीनों में 1,100 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इनमें से लगभग 70% लोग (770 से अधिक) GHF के सहायता वितरण केंद्रों के भीतर या उनके पास मारे गए हैं।
रिपोर्टों के अनुसार, भोजन, पानी और दवाओं जैसी जरूरी मदद पाने के लिए हजारों फिलिस्तीनी इन केंद्रों पर कतार में खड़े रहते हैं। लेकिन लगातार हो रही हिंसा और हवाई हमलों के कारण इन स्थलों पर जान का खतरा बढ़ गया है।
मानवीय संगठनों का कहना है कि यह हालात बेहद भयावह हैं, क्योंकि लोग मदद पाने के लिए आते हैं लेकिन उन्हें हिंसा का सामना करना पड़ता है। कई मामलों में हमले सीधे उन स्थानों पर हुए जहां सहायता सामग्री वितरित की जा रही थी।
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संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है और कहा है कि सहायता केंद्रों को सुरक्षित बनाया जाना चाहिए। उन्होंने सभी पक्षों से अपील की है कि मानवीय कानूनों का पालन करें और नागरिकों को निशाना बनाना तुरंत बंद करें।
GHF ने कहा है कि वह सहायता वितरण जारी रखेगा, लेकिन सुरक्षा परिस्थितियों में सुधार की तत्काल आवश्यकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हालात नहीं बदले, तो गाजा में मानवीय संकट और गंभीर हो जाएगा और मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ सकता है।
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