पाकिस्तान की सेना के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी को पत्रकार अब्सा कोमान को आंख मारने के बाद सोशल मीडिया पर भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। यह घटना उस समय हुई जब पत्रकार ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर सवाल किया, जिनमें उन्हें "राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा", "राज्य-विरोधी" और "दिल्ली के हाथों में काम करने वाला" बताया गया।
पत्रकार ने चौधरी से पूछा, "भूतकाल से इसमें क्या अंतर है या भविष्य में कोई बदलाव उम्मीद की जा सकती है?" जवाब में चौधरी ने कहा, "और चौथा बिंदु जोड़ें: वह मानसिक रूप से बीमार भी हैं।" इसके बाद उन्होंने मुस्कुराते हुए पत्रकार को आंख मारी।
सोशल मीडिया पर इस घटना के बाद तीखी प्रतिक्रिया आई। एक यूजर ने लिखा, "यह सब कैमरे की मौजूदगी में हो रहा है। पाकिस्तान में लोकतंत्र खत्म हो चुका है। प्रधानमंत्री एक कठपुतली हैं।" जबकि दूसरे ने इसे "एक राष्ट्र का मीम" बताया।
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चौधरी ने पहले भी खान को "नार्सिसिस्ट" कहा था और आरोप लगाया कि उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा इतनी चरम हो गई है कि वे मानते हैं, "यदि मैं सत्ता में नहीं हूं, तो कुछ भी अस्तित्व में नहीं होना चाहिए।" उन्होंने उन लोगों पर भी आरोप लगाए जो जेल में खान से मिल रहे थे और सेना के खिलाफ जहर फैला रहे थे।
चौधरी ने खान पर मई 2023 के सैन्य ठिकानों पर हमलों में शामिल होने का पुराना आरोप दोहराया। उस समय हजारों समर्थकों ने सैन्य और सरकारी परिसरों पर हमला किया था। खान ने इन घटनाओं में अपनी कोई भूमिका होने से इनकार किया है।
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