प्रसिद्ध गांधीवादी चिंतक और लेखक राजमोहन गांधी तथा मानवाधिकार कार्यकर्ता मार्टिन लूथर किंग III ने गाज़ा में जारी हिंसा को खत्म करने और बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए वैश्विक नेताओं से तत्काल कदम उठाने की अपील की है।
दोनों नेताओं ने एक संयुक्त बयान में कहा, “हम विश्व नेताओं और क्षेत्रीय शक्तियों से अपील करते हैं—अब कार्रवाई करें, लेकिन बदले की भावना से नहीं, बल्कि दूरदर्शिता के साथ।” उन्होंने जोर देकर कहा कि गाज़ा में लंबे समय से जारी संघर्ष ने हजारों निर्दोष नागरिकों की जान ले ली है और इस त्रासदी का अंत होना जरूरी है।
राजमोहन गांधी और मार्टिन लूथर किंग III ने कहा कि युद्ध और प्रतिशोध केवल घृणा और हिंसा के चक्र को बढ़ाते हैं, जबकि मानवता का भविष्य शांति, न्याय और आपसी सम्मान में निहित है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बंधकों की रिहाई एक मानवीय और नैतिक आवश्यकता है, जिसे किसी भी राजनीतिक शर्त के बिना पूरा किया जाना चाहिए।
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बयान में यह भी कहा गया कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को युद्धविराम के लिए मध्यस्थता करनी चाहिए और सभी पक्षों को बातचीत की मेज पर लाना चाहिए, ताकि स्थायी शांति का रास्ता बन सके। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मौजूदा हालात में बदलाव नहीं आया, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए यह संघर्ष और गहरी खाई पैदा करेगा।
यह अपील ऐसे समय में आई है जब गाज़ा में हालात बेहद नाजुक हैं और मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है। दोनों नेताओं ने विश्व से आग्रह किया कि वह इस संकट को समाप्त करने के लिए एकजुट होकर काम करे।
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