रूस ने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया है कि वे यूक्रेन और रूस के बीच शांति वार्ता को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि पश्चिम लगातार वार्ता के किसी भी प्रयास में बाधा डाल रहा है और संघर्ष को समाप्त करने के बजाय उसे और लंबा खींचने की रणनीति अपना रहा है।
लावरोव ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि ज़ेलेंस्की "जिद्दी रवैया अपनाते हुए शर्तें थोप रहे हैं और किसी भी कीमत पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से तत्काल बैठक की मांग कर रहे हैं।" लावरोव के मुताबिक, यह रवैया न केवल वार्ता को कठिन बना रहा है, बल्कि संघर्ष को सुलझाने के सभी रास्तों को भी अवरुद्ध कर रहा है।
रूस का कहना है कि पश्चिमी शक्तियां यूक्रेन को समर्थन देकर वार्ता से दूर कर रही हैं। उनका आरोप है कि सैन्य मदद और राजनीतिक दबाव के ज़रिये पश्चिम यह सुनिश्चित करना चाहता है कि यूक्रेन किसी भी तरह की शांति समझौते पर सहमत न हो।
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विश्लेषकों का मानना है कि रूस का यह बयान मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव को और गहरा करता है। अमेरिका और यूरोपीय देशों ने पहले भी रूस पर आरोप लगाया है कि वह शांति वार्ता के बजाय सैन्य आक्रामकता बढ़ा रहा है। वहीं, रूस का दावा है कि वह बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन यूक्रेन और उसके समर्थक असली समाधान से बच रहे हैं।
यह बयान ऐसे समय आया है जब युद्ध को लगभग ढाई साल पूरे हो चुके हैं और दोनों देशों के बीच किसी ठोस वार्ता की संभावना बहुत कम दिखाई दे रही है।
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