रूसी रक्षा मंत्रालय ने एस्टोनिया द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उसके लड़ाकू विमानों ने किसी भी तरह से एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन नहीं किया। मंत्रालय ने साफ किया कि रूसी विमान अंतरराष्ट्रीय नियमों और तय मार्गों का पालन करते हुए ही उड़ान भर रहे थे।
एस्टोनिया ने हाल ही में दावा किया था कि रूसी विमानों ने उसकी हवाई सीमा में प्रवेश किया, जो नाटो सदस्य देशों की सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है। इस दावे के बाद बाल्टिक क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है। नाटो ने भी इस मामले पर नज़र रखने की बात कही है। हालांकि, रूस ने इन आरोपों को “पूरी तरह बेबुनियाद” बताया है।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सभी उड़ानें अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र के ऊपर और निर्धारित हवाई मार्गों पर हुईं। मंत्रालय का कहना है कि पायलटों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ान नियमों का पालन किया और किसी भी देश की सीमा का उल्लंघन नहीं किया।
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विश्लेषकों का मानना है कि रूस और नाटो देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों के बीच ऐसे आरोप हालात को और जटिल बना सकते हैं। एस्टोनिया जैसे छोटे बाल्टिक देशों के लिए यह सुरक्षा का बड़ा सवाल है, वहीं रूस इसे नाटो की “राजनीतिक चाल” करार दे रहा है।
इस विवाद ने एक बार फिर पूर्वी यूरोप में सुरक्षा संतुलन और शक्ति राजनीति को सुर्खियों में ला दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि नाटो इस स्थिति पर क्या प्रतिक्रिया देता है और रूस किस प्रकार अपने रुख को और स्पष्ट करता है।
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