रूस की राजधानी मॉस्को में सोमवार (22 दिसंबर 2025) को एक कार बम विस्फोट में रूसी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी की मौत हो गई। रूस की जांच एजेंसी ‘इन्वेस्टिगेटिव कमेटी’ ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि विस्फोट में लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव की जान चली गई।
इन्वेस्टिगेटिव कमेटी की आधिकारिक प्रवक्ता स्वेतलाना पेट्रेंको के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव रूसी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के ऑपरेशनल ट्रेनिंग डायरेक्टरेट के प्रमुख थे। विस्फोट के बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
जांच एजेंसियों के मुताबिक, यह विस्फोट उस समय हुआ जब जनरल सरवारोव मॉस्को में एक वाहन में सवार थे। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि कार में पहले से विस्फोटक लगाया गया था, जिसे रिमोट या टाइमर के जरिए सक्रिय किया गया। हालांकि, विस्फोट के पीछे किसका हाथ है, इस बारे में अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
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घटना के बाद मॉस्को के उस इलाके को सील कर दिया गया और फॉरेंसिक टीमों को मौके पर बुलाया गया। सुरक्षा एजेंसियां सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं और चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है। रूसी अधिकारियों ने इसे एक गंभीर सुरक्षा चूक मानते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव रूसी सेना में एक महत्वपूर्ण पद पर तैनात थे और सेना की ऑपरेशनल ट्रेनिंग तथा रणनीतिक तैयारियों से जुड़े अहम फैसलों में उनकी भूमिका मानी जाती थी। उनकी मौत को रूस की सुरक्षा व्यवस्था और सैन्य प्रतिष्ठान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
रूस में हाल के महीनों में इस तरह की लक्षित हिंसक घटनाओं को लेकर चिंता बढ़ी है, और इस घटना ने देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं।
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