चीनी वरिष्ठ राजनयिक लियू जियानचाओ को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है, जिससे राजनयिक और सरकारी दोनों ही क्षेत्रों में गंभीर हलचल मची हुई है। यह खबर चीन और वैश्विक कूटनीतिक समुदाय में सनसनी फैलाने वाली साबित हो रही है।
सूत्रों के अनुसार, लियू जियानचाओ को अचानक हिरासत में लिया गया है और उनसे विभिन्न सवाल किए जा रहे हैं। अभी तक हिरासत का कारण सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन यह घटना चीन के राजनयिक मामलों में असामान्य मानी जा रही है।
राजनयिक समुदाय में इस मामले को लेकर चिंता और अटकलें तेज हो गई हैं क्योंकि लियू जियानचाओ का पद वरिष्ठ स्तर का था और वह चीन के विदेश मंत्रालय में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे। उनकी हिरासत ने चीन के अंदर राजनयिक प्रशासन की स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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चीन सरकार की ओर से अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द ही अधिक जानकारी सामने आ सकती है।
इस घटना ने वैश्विक कूटनीतिक मंच पर भी हलचल मचा दी है क्योंकि चीन एक प्रमुख वैश्विक शक्ति के रूप में अपनी छवि बनाए रखने के लिए प्रयासरत है। ऐसे में किसी वरिष्ठ राजनयिक की हिरासत से न केवल चीन के राजनयिक नेटवर्क पर असर पड़ेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों में भी असर दिख सकता है।
कुल मिलाकर, लियू जियानचाओ की हिरासत एक गंभीर कूटनीतिक मामला बन गया है, जो चीन की अंदरूनी राजनीतिक परिस्थितियों और कूटनीति के बीच एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है।
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