दक्षिण कोरिया में विशेष जांचकर्ताओं ने जेल में बंद पूर्व राष्ट्रपति यून सुक योल की पत्नी किम कियॉन ही की गिरफ्तारी की मंजूरी मांगी है। यह कार्रवाई देश के नवनिर्वाचित उदारवादी राष्ट्रपति ली जे म्युंग की सरकार द्वारा शुरू की गई तीन अलग-अलग विशेष अभियोजन जांचों में से एक का हिस्सा है।
किम कियॉन ही पर वित्तीय अनियमितताओं और कथित भ्रष्टाचार के आरोप हैं, जो उनके पति के कार्यकाल के दौरान सामने आए। जांच दल का मानना है कि उनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं, जिससे गिरफ्तारी जरूरी हो गई है। आरोपों में शेयर बाजार में हेराफेरी, दस्तावेजों में धोखाधड़ी और अवैध वित्तीय लेनदेन शामिल हैं।
विशेष अभियोजक कार्यालय ने अदालत में याचिका दाखिल कर गिरफ्तारी की अनुमति मांगी है। अगर अदालत इस याचिका को मंजूरी देती है, तो यह दक्षिण कोरिया की राजनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।
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गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर पहले भी कई शीर्ष नेताओं और उनके परिजनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। इस ताजा घटनाक्रम से यह संकेत मिलता है कि राष्ट्रपति ली जे म्युंग की सरकार राजनीतिक शुचिता को लेकर गंभीर है।
अब निगाहें अदालत के फैसले पर टिकी हैं, जिससे यह तय होगा कि किम कियॉन ही को जेल भेजा जाएगा या उन्हें फिलहाल राहत मिलेगी।
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