अमेरिका की प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने मंगलवार (5 अगस्त 2025) को घोषणा की कि उसने 360 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। विश्वविद्यालय ने बताया कि यह कदम बजट में 140 मिलियन डॉलर की बड़ी कटौती के तहत उठाया गया है, जिसका सीधा असर उसकी प्रशासनिक और शैक्षिक सेवाओं पर पड़ा है।
स्टैनफोर्ड प्रशासन ने स्पष्ट किया कि इन छंटनियों का मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संघीय फंडिंग नीतियां हैं। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में विश्वविद्यालयों के फेडरल फंड्स में कटौती की धमकी दी थी। यह कदम खासतौर पर उन विश्वविद्यालयों को प्रभावित कर रहा है, जहां प्रो-फिलिस्तीन प्रदर्शन, जलवायु परिवर्तन पहल, ट्रांसजेंडर नीतियां और विविधता, समानता एवं समावेशन कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप की नीति के तहत, प्रशासन का कहना है कि सरकारी फंडिंग का उपयोग उन गतिविधियों में नहीं होना चाहिए जो “राष्ट्रीय हितों” के खिलाफ हों या अमेरिकी सहयोगी देशों (जैसे इज़राइल) के खिलाफ प्रदर्शनों का समर्थन करें। इस निर्णय के कारण कई विश्वविद्यालयों को अपने बजट में भारी कटौती करनी पड़ रही है।
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स्टैनफोर्ड के प्रवक्ता ने कहा, “हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि शिक्षा और शोध की गुणवत्ता प्रभावित न हो। यह निर्णय बेहद कठिन था, लेकिन मौजूदा संघीय नीतियों और फंडिंग में अनिश्चितता के चलते आवश्यक हो गया।”
विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम अमेरिकी उच्च शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ी हलचल पैदा कर सकता है और आने वाले महीनों में अन्य विश्वविद्यालयों को भी प्रभावित कर सकता है।
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