अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार (17 दिसंबर 2025) को वेनेजुएला से वर्षों पहले अमेरिकी तेल कंपनियों से जब्त की गई संपत्तियों को लौटाने या उनका भुगतान करने की मांग की। उन्होंने इस मांग को वेनेजुएला से आने-जाने वाले तेल टैंकरों पर अमेरिकी प्रतिबंधों के तहत प्रस्तावित “नाकाबंदी” को सही ठहराने के लिए दोहराया। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी निवेशों का नुकसान उनकी सरकार द्वारा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर दबाव बनाने की रणनीति का अहम कारण है। कुछ प्रतिबंधित टैंकर पहले ही वेनेजुएला से मार्ग बदल रहे हैं।
ट्रंप ने The Indian Witness से कहा, “उन्होंने हमारे ऊर्जा अधिकार छीन लिए, हमारा तेल अवैध रूप से ले लिया। हम इसे वापस चाहते हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि वेनेजुएला ने अमेरिकी कंपनियों को बाहर निकालकर उनके अधिकार हड़प लिए। 1970 के दशक में और फिर 21वीं सदी में ह्यूगो शावेज़ और मादुरो के शासन में वेनेजुएला ने तेल उद्योग का राष्ट्रीयकरण किया, जिसे लेकर मुआवजे को अपर्याप्त माना गया। 2014 में एक अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता पैनल ने एक्सॉनमोबिल को 1.6 अरब डॉलर भुगतान का आदेश दिया था।
ट्रंप प्रशासन ने मादुरो सरकार पर मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्तता के आरोप भी लगाए हैं। हाल ही में अमेरिकी बलों ने वेनेजुएला के तट के पास एक तेल टैंकर जब्त किया और कैरिबियन व पूर्वी प्रशांत में संदिग्ध ड्रग बोट्स पर कार्रवाई की, जिस पर कानूनी सवाल भी उठे हैं। ट्रंप ने ज़मीनी हमलों पर विचार करने की बात कही है।
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ट्रंप के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने तेल राष्ट्रीयकरण को “अमेरिकी संपत्ति की सबसे बड़ी चोरी” बताया। वहीं, वेनेजुएला ने इन कार्रवाइयों को “अमेरिकी समुद्री डकैती” करार दिया। राष्ट्रपति मादुरो ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव से क्षेत्रीय तनाव घटाने की अपील की। वेनेजुएला ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से टैंकर जब्ती की निंदा करने और जब्त तेल लौटाने की मांग की है।
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