अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच जल्द होने वाली बैठक की उम्मीदों पर फिलहाल विराम लग गया है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, इस हफ्ते दोनों देशों के शीर्ष विदेश नीति सलाहकारों के बीच होने वाली प्रस्तावित बैठक को टाल दिया गया है। यह बैठक ट्रम्प-पुतिन शिखर वार्ता से पहले का महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही थी।
ट्रम्प ने गुरुवार को पुतिन से फोन पर बातचीत के बाद कहा था कि अगले हफ्ते “उच्च स्तरीय सलाहकारों की बैठक” आयोजित की जाएगी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “अमेरिका की ओर से इस बैठक का नेतृत्व विदेश मंत्री मार्को रूबियो करेंगे, जिनके साथ अन्य अधिकारी भी शामिल होंगे।”
हालांकि, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि रूबियो और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के बीच यह बैठक अब फिलहाल रोक दी गई है। बैठक के रद्द होने की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, रूस और अमेरिका के बीच यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने को लेकर विचारों में मतभेद बने हुए हैं।
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अब यह भी स्पष्ट नहीं है कि इस बैठक के टलने से बुडापेस्ट में प्रस्तावित ट्रम्प-पुतिन शिखर सम्मेलन पर क्या असर पड़ेगा। व्हाइट हाउस की उप प्रेस सचिव अन्ना केली ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रम्प लगातार इस निरर्थक युद्ध को खत्म करने के लिए शांतिपूर्ण और कूटनीतिक समाधान खोजने में लगे हैं। वे सभी पक्षों से संवाद कर रहे हैं और शांति सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।”
रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को रूबियो और लावरोव के बीच फोन पर बातचीत हुई थी जिसमें दोनों ने पिछले सप्ताह ट्रम्प और पुतिन की कॉल के बाद उठाए जाने वाले “अगले कदमों” पर चर्चा की। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, रूबियो ने इस बातचीत में मॉस्को और वाशिंगटन के बीच स्थायी शांति समाधान खोजने के अवसर पर जोर दिया, जो राष्ट्रपति ट्रम्प की दृष्टि के अनुरूप है।
वहीं, क्रेमलिन ने इस बातचीत को “रचनात्मक” बताया और कहा कि इसमें “ट्रम्प और पुतिन के बीच हुई सहमति को लागू करने के ठोस कदमों” पर चर्चा हुई।
हालांकि, सूत्रों ने बताया कि बातचीत के बाद अमेरिकी अधिकारियों को लगा कि रूस की स्थिति में ज्यादा बदलाव नहीं आया है। ऐसे में रूबियो अगले हफ्ते पुतिन-ट्रम्प बैठक की सिफारिश करने की संभावना नहीं रखते।
अलास्का में हुई पिछली ट्रम्प-पुतिन बैठक को दो महीने से अधिक बीत चुके हैं, जो लगभग तीन घंटे चली थी, लेकिन किसी ठोस समझौते के बिना समाप्त हो गई थी। ट्रम्प ने तब से बार-बार कीव और मॉस्को से युद्ध रोकने की अपील की है।
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