अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में बीजिंग में आयोजित एक समारोह को लेकर बयान दिया है। ट्रम्प ने इस कार्यक्रम को “बहुत खूबसूरत” और सैन्य प्रदर्शन को “प्रभावशाली” बताया। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर चीन को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका की भूमिका और सहयोग का उल्लेख करना चाहिए था।
ट्रम्प ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका ने चीन की "बहुत मदद" की थी, इसलिए ऐसे कार्यक्रमों में इसका ज़िक्र होना चाहिए। उनके अनुसार, अमेरिका की सहायता ने चीन को जापान के खिलाफ संघर्ष में बड़ी मजबूती दी थी। हालांकि, चीनी अधिकारियों ने इस समारोह में अमेरिका की भूमिका का कोई उल्लेख नहीं किया।
बीजिंग में हुआ यह आयोजन मुख्य रूप से चीन की जीत और उसके सैन्य बल की ताक़त को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया गया था। चीन अक्सर अपने ऐतिहासिक संघर्षों को राष्ट्रीय गर्व और एकता के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करता है। मगर ट्रम्प का मानना है कि इतिहास को संतुलित रूप में याद करना ज़रूरी है, जिसमें सहयोगी देशों की भूमिका भी सामने आए।
और पढ़ें: ट्रम्प का दावा – दबाव में भारत ने सभी शुल्क समाप्त किए
ट्रम्प के इस बयान को अमेरिकी राजनीति और विदेश नीति के नज़रिए से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उन्होंने चीन को लेकर पहले भी कई बार कठोर रुख अपनाया है, लेकिन इस बार उन्होंने चीन के सैन्य प्रदर्शन की तारीफ की। साथ ही, अमेरिका के योगदान का ज़िक्र न किए जाने पर नाराज़गी भी व्यक्त की।
विश्लेषकों का मानना है कि ट्रम्प का यह बयान 2024 के अमेरिकी चुनावी माहौल को देखते हुए भी अहम है। वे चीन के साथ संबंधों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं और अपने बयानों से अक्सर वैश्विक बहस छेड़ते हैं।
और पढ़ें: ट्रंप का दावा – भारत ने शुल्क शून्य करने की पेशकश की, व्यापार संबंधों को बताया एकतरफ़ा