अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर हमला किया,” और इस संदर्भ में उन्होंने खुद को शांति स्थापित करने का प्रयास करने वाला नेता बताया। ट्रंप ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में उन्होंने “आठ युद्धों को सुलझाया,” लेकिन इसके बावजूद उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार नहीं दिया गया, जिसे उन्होंने “अभूतपूर्व उपलब्धि” करार दिया।
ट्रंप ने यह बयान अपने हालिया सार्वजनिक संबोधन में दिया, जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान, पाकिस्तान और मध्य पूर्व में अपने प्रशासन की नीतियों का बचाव किया। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में अमेरिका ने शांति की दिशा में कदम बढ़ाए थे और कई संघर्षों को खत्म किया गया।
ट्रंप ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच संबंध बेहद जटिल रहे हैं, और उनके प्रयासों से दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने की कोशिश की गई थी।
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राष्ट्रपति ने यह भी व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि उन्होंने कई युद्धों को समाप्त किया, फिर भी उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया, जबकि अन्य नेताओं को इससे कम उपलब्धियों पर यह सम्मान मिल गया।
विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप का यह बयान अपनी वैश्विक नेतृत्व की छवि को मजबूत करने के संदर्भ में है।
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