इलिनोइस के गवर्नर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शिकागो में संघीय सैनिक तैनात करने की योजना को सत्ता का स्पष्ट दुरुपयोग बताया है। गवर्नर के अनुसार, यह कदम न केवल राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि लोकतांत्रिक परंपराओं को भी कमजोर करता है।
ट्रंप ने हाल ही में बयान दिया था कि यदि वह दोबारा सत्ता में आते हैं तो शिकागो जैसे अपराध-प्रभावित शहरों में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए संघीय सैनिकों को तैनात करेंगे। उनके अनुसार, स्थानीय प्रशासन अपराध रोकने में विफल रहा है, इसलिए संघीय सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए।
गवर्नर ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शहरों में कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार और स्थानीय निकायों की जिम्मेदारी है। उनका कहना है कि संघीय सैनिक भेजने का मतलब लोकतांत्रिक प्रणाली में राज्यों की स्वायत्तता को नकारना है। उन्होंने ट्रंप के इस प्रस्ताव को “खतरनाक प्रवृत्ति” करार देते हुए चेतावनी दी कि इससे संघीय ढांचे पर गंभीर असर पड़ सकता है।
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विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप का यह बयान उनके “कठोर कानून व्यवस्था” वाले राजनीतिक रुख को दर्शाता है, जो उनके 2024 के चुनाव अभियान का अहम हिस्सा बन सकता है। वहीं, नागरिक अधिकार समूहों ने भी चेतावनी दी है कि संघीय सैनिकों की तैनाती से हिंसा बढ़ सकती है और आम नागरिकों की स्वतंत्रता प्रभावित हो सकती है।
गवर्नर ने कहा कि इलिनोइस प्रशासन कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पहले से कदम उठा रहा है और किसी बाहरी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने संघीय सरकार से लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करने की अपील की।
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