अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सोमवार (24 नवंबर, 2025) को एक महत्वपूर्ण फोन कॉल में व्यापार, ताइवान और यूक्रेन के मुद्दों पर चर्चा की। यह जानकारी व्हाइट हाउस और चीनी अधिकारियों ने साझा की है।
चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ट्रम्प को फोन पर कहा कि ताइवान का मुख्यभूमि चीन में पुनर्मिलन “युद्ध के बाद स्थापित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा” है। बीजिंग लंबे समय से ताइवान को अपने भूभाग का हिस्सा मानता है और उसका कहना है कि अंततः द्वीप का पुनर्मिलन आवश्यक है।
वहीं, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने फोन कॉल की पुष्टि तो की लेकिन बातचीत के विषयों पर विस्तार से जानकारी देने से इनकार कर दिया।
और पढ़ें: एपेक सम्मेलन में ट्रंप-शी जिनपिंग की मुलाकात, व्यापार युद्ध में सुलह की उम्मीद
यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची ने कहा था कि यदि चीन ताइवान के खिलाफ कोई कार्रवाई करता है, तो जापान की सैन्य भूमिका संभव है। यह बयान क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ाता है, जिसके बीच अमेरिका और चीन दोनों अपनी-अपनी स्थिति स्पष्ट कर रहे हैं।
शी जिनपिंग ने कॉल के दौरान यह भी कहा कि चीन और अमेरिका, जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में एक साथ लड़ाई लड़ी थी, उन्हें “विश्व युद्ध की जीत के परिणामों की संयुक्त रूप से रक्षा करनी चाहिए।” उनके बयान का सीधा संकेत ताइवान मुद्दे पर चीन की पुरानी स्थिति को मजबूत करने की ओर था।
दोनों नेताओं ने व्यापार संबंधी मुद्दों पर भी चर्चा की, हालांकि चीनी बयान में इस बात का खुलासा नहीं किया गया कि क्या अमेरिका से सोयाबीन जैसी कृषि खरीद या व्यापार समझौतों पर कोई ठोस प्रगति हुई है।
यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका-चीन संबंध लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं और दोनों देश वैश्विक राजनीति में अपनी भूमिका को पुनर्संतुलित करने की कोशिश कर रहे हैं।
और पढ़ें: पैगंबर मोहम्मद के वंशज का दावा कर महिलाओं से 11 लाख की ठगी, मुंबई में मामला दर्ज