रूस के कामचटका प्रायद्वीप में 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके चलते रूस और जापान के तटीय इलाकों में सुनामी की लहरें उठीं। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) और रूसी विज्ञान अकादमी के भूभौतिकीय सर्वेक्षण विभाग के अनुसार, यह 1952 के बाद इस क्षेत्र में आया सबसे बड़ा भूकंप है।
भूकंप के झटके इतने तीव्र थे कि आसपास के द्वीपों और समुद्री तटों पर बड़े पैमाने पर सुनामी अलर्ट जारी कर दिया गया। जापान के मौसम विभाग ने चेतावनी दी कि कई मीटर ऊंची लहरें तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकती हैं। स्थानीय प्रशासन ने समुद्र किनारे बसे लोगों को तुरंत ऊंचे इलाकों में जाने का निर्देश दिया।
अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली ने भी अलास्का और हवाई में संभावित सुनामी खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि लहरों की दिशा और ताकत पर नजर रखी जा रही है ताकि समय रहते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
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रूसी आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने बताया कि बचाव दलों को प्रभावित इलाकों में भेजा गया है और समुद्री गतिविधियों को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। अब तक किसी बड़े नुकसान या हताहत की सूचना नहीं मिली है, लेकिन स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
भूवैज्ञानिकों का मानना है कि यह भूकंप टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधियों के कारण आया है और आफ्टरशॉक्स (भूकंप के बाद के झटके) आने की संभावना बनी हुई है।
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