तुर्की की प्रमुख एयरलाइन ने अपने विमान बेड़े को बढ़ाने की महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। कंपनी अगले वर्षों में 225 नए बोइंग विमानों को शामिल करेगी, जिससे उसकी वैश्विक उड़ान क्षमता और परिचालन विस्तार को बढ़ावा मिलेगा। यह घोषणा तुर्की के राष्ट्रपति रेजप तैय्यप एर्दोगान के अमेरिका दौरे के तुरंत बाद की गई।
एर्दोगान ने वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, जिसमें व्यापार, निवेश और वाणिज्यिक सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा हुई। तुर्की एयरलाइंस के इस नए आदेश को दोनों देशों के बीच बढ़ती आर्थिक साझेदारी का प्रतीक माना जा रहा है।
तुर्की एयरलाइंस के अधिकारियों ने बताया कि नए विमानों के आने से लंबी दूरी की उड़ानों और अंतरराष्ट्रीय मार्गों में वृद्धि होगी। इसके अलावा, यह कदम एयरलाइन की प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति को भी मजबूत करेगा और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और सेवाएं उपलब्ध कराएगा।
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विशेषज्ञों का कहना है कि यह सौदा तुर्की और अमेरिका के बीच विमानन उद्योग में सहयोग को और गहरा करेगा। नई फ्लीट के साथ एयरलाइन का परिचालन अधिक कुशल, आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल बनेगा।
तुर्की एयरलाइंस के इस विस्तार से न केवल घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री संख्या बढ़ने की संभावना है, बल्कि यह तुर्की की वैश्विक एयरलाइनिंग स्थिति को भी मजबूत करेगा। यह निर्णय एर्दोगान के अमेरिका दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच बढ़ती आर्थिक और तकनीकी साझेदारी को दर्शाता है।
इस योजना से तुर्की एयरलाइंस वैश्विक विमानन बाजार में और अधिक प्रभावशाली और प्रतिस्पर्धी बनकर उभरेगी।
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