अमेरिका और पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ अपने द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने का फैसला किया है।
दोनों देशों ने इस बात पर जोर दिया कि वे आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से मुकाबला करने के लिए एकजुट होकर काम करेंगे।
अमेरिकी और पाकिस्तानी अधिकारियों के बीच हुई उच्च स्तरीय वार्ता में क्षेत्रीय सुरक्षा, खुफिया साझेदारी और उग्रवाद विरोधी अभियानों पर विशेष ध्यान दिया गया। वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने प्रमुख आतंकी समूहों की गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की और उनके नेटवर्क को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया।
संयुक्त बयान में कहा गया कि आतंकवाद न केवल क्षेत्रीय स्थिरता बल्कि वैश्विक शांति के लिए भी गंभीर खतरा है। अमेरिका और पाकिस्तान ने यह भी माना कि सीमा-पार आतंकवाद, आतंकियों की वित्तीय मदद और उनकी भर्ती को रोकने के लिए सहयोग को बढ़ाना आवश्यक है।
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अमेरिकी अधिकारियों ने पाकिस्तान के प्रयासों की सराहना की और आतंकवाद विरोधी क्षमता को बढ़ाने के लिए तकनीकी और वित्तीय सहायता जारी रखने का भरोसा दिलाया। पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि वह अपने क्षेत्र में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी को महत्वपूर्ण मानता है।
बैठक में दोनों देशों ने भविष्य में नियमित संवाद जारी रखने, संयुक्त अभ्यास और खुफिया जानकारी साझा करने की सहमति भी जताई। विशेषज्ञों का मानना है कि यह सहयोग न केवल आतंकवाद को कमजोर करेगा, बल्कि दक्षिण एशिया में स्थिरता लाने में भी मदद करेगा।
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