यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने गुरुवार को अपने पूर्व सहयोगी और व्यावसायिक साझेदार टिमुर मिनडिच (Timur Mindich) पर सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। यह कदम उस समय उठाया गया जब देश युद्ध की परिस्थितियों से गुजर रहा है और ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़े भ्रष्टाचार घोटाले ने सरकार की साख को झटका दिया है।
ज़ेलेंस्की का यह निर्णय उस घटना के एक दिन बाद आया है जब उन्होंने अपने ऊर्जा और न्याय मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया था। इन दोनों पर ऊर्जा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मनी-लॉन्ड्रिंग स्कीम में शामिल होने के आरोप हैं।
राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि मिनडिच पर “व्यक्तिगत विशेष आर्थिक प्रतिबंध” लगाए गए हैं, जिनके तहत उनकी संपत्तियाँ फ्रीज़ (जमाना) करने का निर्देश दिया गया है।
और पढ़ें: अक्टूबर में यूक्रेन पर रूसी मिसाइल हमले 2.5 साल के उच्चतम स्तर पर: रिपोर्ट
जांचकर्ताओं के अनुसार, 46 वर्षीय टिमुर मिनडिच इस $100 मिलियन (लगभग ₹835 करोड़) के भ्रष्टाचार घोटाले के मुख्य सूत्रधार हैं। जांच रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र से भारी धनराशि गबन की थी।
आदेश में एक अन्य व्यवसायी ओलेक्ज़ांद्र सुकरमैन (Oleksandr Tsukermann) पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। दोनों की राजकीय उपाधियाँ रद्द, संपत्तियाँ जब्त करने और व्यापार व यात्रा पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है।
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने इन सख्त कार्रवाइयों के ज़रिए यह संकेत दिया है कि वे अपने किसी भी पूर्व सहयोगी को भ्रष्टाचार के मामलों में बचाने के पक्ष में नहीं हैं, चाहे वे कितने भी करीबी क्यों न रहे हों।
और पढ़ें: यूक्रेन यूरोपीय संघ की शर्तों पर नहीं माना, रूसी जमे हुए संपत्ति से समर्थित ऋण के उपयोग में चाहता है स्वायत्तता