अमेरिका और रूस के बीच होने वाली आगामी शिखर वार्ता से पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक कड़ी चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय वार्ता या समझौते में यूक्रेन की भागीदारी के बिना लिए गए फैसले उनके देश के लिए स्वीकार्य नहीं होंगे।
ज़ेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “यूक्रेनियाई कभी भी अपने भूभाग का एक इंच भी कब्जाधारियों को नहीं देंगे। हमारी स्वतंत्रता और संप्रभुता पर कोई समझौता संभव नहीं है।” उन्होंने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब कूटनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज है कि अमेरिका और रूस के बीच होने वाली वार्ता में यूक्रेन संकट पर भी बात हो सकती है।
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि यूक्रेन की जमीन और लोगों के भविष्य से जुड़े किसी भी मुद्दे पर अंतिम निर्णय केवल यूक्रेन के हाथ में होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास गवाह है कि प्रभावित देशों को नज़रअंदाज़ कर लिए गए फैसले लंबे समय में अस्थिरता और संघर्ष को जन्म देते हैं।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान न केवल रूस के लिए बल्कि अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के लिए भी एक सख्त संदेश है कि यूक्रेन अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगा।
ज़ेलेंस्की की यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष जारी है और रूस द्वारा कब्जाए गए क्षेत्रों में तनाव बढ़ा हुआ है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील की कि वह यूक्रेन के बिना कोई “पीछे के दरवाजे” का समझौता न करे।
इस प्रकार, ज़ेलेंस्की ने स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन की संप्रभुता और भूभाग पर समझौते का सवाल ही नहीं उठता।
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