भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) देश में वयस्कों के लिए पूर्ण-सेवा आधार नामांकन और अपडेट केंद्रों की संख्या को मौजूदा 88 से बढ़ाकर 473 करने जा रहा है। UIDAI के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) भुवनेश कुमार ने यह जानकारी दी और बताया कि यह विस्तार सितंबर 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत में केवल 88 पूर्ण-सेवा आधार केंद्र कार्यरत हैं, जहां वयस्क नागरिक आधार से जुड़ी सभी सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। इसके कारण कई बार वयस्क आवेदकों को आधार नामांकन या अपडेट के लिए अपने जिले से बाहर, यहां तक कि कई जिलों की दूरी तय करनी पड़ती है। प्रस्तावित नए केंद्रों के खुलने से आम लोगों, विशेषकर वयस्कों, को बड़ी राहत मिलेगी।
UIDAI सीईओ ने बताया कि बच्चों के आधार नामांकन की सुविधा पोस्ट ऑफिसों में उपलब्ध है, लेकिन वयस्कों के लिए ऐसे विकल्प सीमित हैं। यही वजह है कि वयस्कों को आधार सेवाओं के लिए अक्सर लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। नए पूर्ण-सेवा केंद्र इस समस्या को काफी हद तक दूर करेंगे।
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इन केंद्रों पर आधार नामांकन से लेकर सभी प्रकार के संशोधन और अपडेट की सुविधा उपलब्ध होगी। हालांकि UIDAI ने कई सेवाएं ऑनलाइन भी शुरू की हैं, जैसे पता या कुछ अन्य जानकारियों में सीमित बदलाव, लेकिन बायोमेट्रिक अपडेट और तय सीमा के बाद नाम परिवर्तन जैसी सेवाओं के लिए आवेदकों को अनिवार्य रूप से आधार केंद्र जाना पड़ता है।
भुवनेश कुमार के अनुसार, आधार ढांचे के इस विस्तार का उद्देश्य सेवाओं को अधिक सुलभ, सुगम और नागरिकों के करीब लाना है। इससे न केवल समय और खर्च की बचत होगी, बल्कि आधार से जुड़ी सेवाओं की गुणवत्ता और भरोसे में भी सुधार होगा। UIDAI का मानना है कि डिजिटल इंडिया पहल को मजबूत करने में यह कदम अहम साबित होगा।
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