समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पार्टी ‘चुनावी भ्रष्टाचार’ में लिप्त है। उनका दावा है कि बीजेपी कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से मतदाता सूची में सुनियोजित तरीके से हेरफेर कर रही है।
अखिलेश यादव के अनुसार, बीजेपी अपने समर्थकों को बढ़ाने के लिए मतदाता सूची में नकली और फर्जी नाम शामिल कर रही है, जबकि विपक्षी दलों के समर्थकों के नाम जानबूझकर हटा दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियां लोकतंत्र के लिए खतरनाक हैं और इससे चुनाव की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।
उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि वह इस मामले में तत्काल कार्रवाई करे और मतदाता सूची को पारदर्शी एवं सटीक बनाने के लिए कड़े कदम उठाए। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि मतदाता सूची में हेरफेर न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करता है, बल्कि जनता के विश्वास को भी आघात पहुंचाता है।
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सपा अध्यक्ष ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह सत्ता में बने रहने के लिए हरसंभव तरीकों का इस्तेमाल कर रही है, चाहे वे लोकतांत्रिक सिद्धांतों के खिलाफ ही क्यों न हों। उन्होंने कहा कि जब चुनावी प्रक्रिया ही ईमानदार न रहे, तो जनता के सही प्रतिनिधि चुनने का अधिकार भी प्रभावित होता है।
अखिलेश यादव ने सभी विपक्षी दलों से अपील की कि वे एकजुट होकर इस मुद्दे को उठाएं और जनता के वोट के अधिकार की रक्षा के लिए संघर्ष करें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो लोकतंत्र पर खतरा और बढ़ सकता है।
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