केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के सीतामढ़ी स्थित ऐतिहासिक जनक मंदिर के पुनर्विकास परियोजना की आधारशिला रखी। यह मंदिर माता सीता से जुड़े धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण देशभर में प्रसिद्ध है।
इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि जनक मंदिर का पुनर्विकास न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि करेगा। उन्होंने इसे “रामायण सर्किट” के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
बिहार मंत्रिमंडल ने 1 जुलाई 2025 को इस परियोजना के लिए ₹882.87 करोड़ की मंजूरी दी थी। यह राशि मंदिर परिसर के समग्र विकास, यात्री सुविधाओं, धार्मिक पर्यटन अवसंरचना और सांस्कृतिक केंद्रों के निर्माण में खर्च की जाएगी। योजना के तहत मंदिर परिसर में आधुनिक सुविधाएं, विश्राम गृह, व्याख्या केंद्र, प्रदर्शनी हॉल, और लाइट एवं साउंड शो जैसी व्यवस्थाएं स्थापित की जाएंगी।
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अधिकारियों के अनुसार, परियोजना पूरी होने के बाद जनक मंदिर परिसर न केवल देशी बल्कि विदेशी पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा। इसके अलावा, यह पुनर्विकास सीतामढ़ी को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान दिलाएगा।
अमित शाह ने कार्यक्रम में यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर बिहार की धार्मिक धरोहरों को पुनर्जीवित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और जनक मंदिर का पुनर्विकास इसका प्रमाण है।
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