आंध्र प्रदेश में सामने आए शराब घोटाले में बड़ा खुलासा हुआ है। राज्य की अपराध जांच विभाग (CID) द्वारा दाखिल रिमांड रिपोर्ट में कहा गया है कि इस घोटाले में कथित रूप से रिश्वत पाने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी का नाम भी शामिल है।
सीआईडी की रिपोर्ट के अनुसार, शराब डिस्टिलरी कंपनियों से कई प्रभावशाली नेताओं और अधिकारियों को कथित तौर पर किकबैक (रिश्वत) दी गई। इन लोगों की मदद से इन कंपनियों को नीतिगत लाभ और लाइसेंस में विशेष रियायतें मिलीं। रिपोर्ट में करीब 40 लोगों के नाम आरोपी के रूप में दर्ज हैं, जिनमें एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी, आंध्र प्रदेश स्टेट बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (APSBCL) के अधिकारी, एक सांसद, एक पूर्व सांसद, और कई जनप्रतिनिधि तथा अन्य शामिल हैं।
सीआईडी ने कहा कि डिस्टिलरी कंपनियों ने नीतिगत फायदा पाने के लिए बड़े पैमाने पर रिश्वत बांटी, और इसके बदले में उन्हें नियमों में ढील, एक्सक्लूसिव अनुबंध तथा सप्लाई चेन में प्राथमिकता जैसी सुविधाएं दी गईं।
इस मामले की जांच में कई दस्तावेज, बैंक लेन-देन और डिजिटल साक्ष्य एकत्र किए गए हैं, जिससे आरोपियों की संलिप्तता सिद्ध करने में मदद मिल रही है। इस घोटाले ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है और विपक्ष ने इसे लेकर सरकार और पूर्व सीएम पर तीखा हमला बोला है।
सीआईडी की जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे संभव हैं।