पंजाब की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। पूर्व मंत्री अनिल जोशी आधिकारिक रूप से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। उनकी यह एंट्री ऐसे समय हुई है जब राज्य में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ी से बदल रही हैं और सभी दल आगामी चुनावों की तैयारी में जुटे हुए हैं।
अनिल जोशी की कांग्रेस में एंट्री उस समय चर्चा का विषय बनी, जब कुछ दिनों पहले उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी के महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल से मुलाकात की थी। उस मुलाकात के बाद से ही उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज़ हो गई थीं, जिन्हें अब आधिकारिक रूप मिला है।
जोशी पहले पंजाब की राजनीति में भाजपा से जुड़े हुए थे और अमृतसर (उत्तर) से विधायक भी रह चुके हैं। वे अपने क्षेत्र में मजबूत पकड़ और जनता से सीधा जुड़ाव रखने वाले नेता माने जाते हैं। कांग्रेस पार्टी को उम्मीद है कि उनके आने से अमृतसर और आसपास के इलाकों में संगठन को मजबूती मिलेगी।
और पढ़ें: पंजाब में केंद्र ने लगाया अनघोषित राष्ट्रपति शासन: मुख्यमंत्री मान
कांग्रेस नेताओं ने अनिल जोशी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनका अनुभव और जनाधार पार्टी के लिए फायदेमंद साबित होगा। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जोशी की कांग्रेस में एंट्री आगामी चुनावों में पार्टी को स्थानीय स्तर पर बड़ा लाभ दिला सकती है।
अनिल जोशी ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि उनका मकसद पंजाब की जनता की सेवा करना है और कांग्रेस मंच से वे प्रदेश की समस्याओं को मजबूती से उठाएँगे।
और पढ़ें: फरार AAP नेता हरमीत सिंह पठानमाजरा ने वीडियो जारी किया, पार्टी के विधायकों पर किया हमला