पश्चिम बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न (SIR) प्रक्रिया डर और धमकी के माहौल में की जा रही है, ऐसा आरोप भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लगाया है। राज्य भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने शुक्रवार (28 नवंबर 2025) को कहा कि बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) की सुरक्षा सुनिश्चित करना चुनाव आयोग (ECI) की जिम्मेदारी है, क्योंकि वे प्रत्यक्ष रूप से मतदाता सूची संशोधन के महत्वपूर्ण कार्य में लगे हुए हैं।
भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने ऐसा वातावरण बना दिया है जिसमें राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) भी स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि CEO स्वयं सुरक्षा संबंधी चिंताओं का सामना कर रहे हैं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि SIR प्रक्रिया में लगे अधिकारी TMC के निर्देशों का पालन करने के लिए मजबूर किए जा रहे हैं, जिससे निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि राज्य में चुनाव से जुड़े अधिकारियों को डराने-धमकाने के कई मामले सामने आए हैं, और ऐसे माहौल में मतदाता सूची संशोधन का कार्य प्रभावित हो सकता है।
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भट्टाचार्य ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) से बंगाल का दौरा करने की अपील की ताकि वे स्वयं स्थिति का आकलन कर सकें और देख सकें कि TMC सरकार के कारण किस प्रकार प्रशासनिक तंत्र प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के CEO का स्वतंत्र रूप से काम न कर पाना, चुनाव व्यवस्था के लिए चिंताजनक संकेत है।
उन्होंने दोहराया कि ECI को तुरंत BLOs और अन्य चुनाव अधिकारियों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए ताकि वे निर्भीक होकर अपना काम कर सकें और SIR प्रक्रिया निष्पक्ष तथा पारदर्शी रह सके।
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