कांग्रेस ने मंगलवार (23 दिसंबर, 2025) को उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़े ताजा आरोपों के मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला। पार्टी ने कहा कि इस मामले में सामने आ रहे नए खुलासों ने भाजपा के बहुप्रचारित नारे “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” की सच्चाई को उजागर कर दिया है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उसके दावों को खोखला साबित किया है।
कांग्रेस के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा वर्षों से महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के बड़े-बड़े दावे करती रही है, लेकिन अंकिता भंडारी जैसे मामलों में उसकी कथनी और करनी में भारी अंतर साफ दिखाई देता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हत्याकांड में प्रभावशाली लोगों को बचाने की कोशिशें की गईं, जिससे जनता का भरोसा टूट रहा है।
हाल ही में राज्य में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पूर्व भाजपा विधायक सुरेश राठौड़ की पत्नी ने दावा किया कि उनके पति ने उनसे बातचीत में अंकिता भंडारी मामले में वरिष्ठ भाजपा नेताओं की संलिप्तता की बात कही थी। इस वीडियो के सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है और विपक्ष ने निष्पक्ष जांच की मांग को और जोरदार बना दिया है।
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कांग्रेस ने कहा कि यदि सरकार और सत्तारूढ़ दल वास्तव में “बेटी बचाओ” के नारे को गंभीरता से लेते, तो इस मामले में शुरुआत से ही पारदर्शी और निष्पक्ष कार्रवाई होती। पार्टी ने आरोप लगाया कि सत्ता के दबाव में सच्चाई को दबाने की कोशिश की गई।
गणेश गोदियाल ने मांग की कि पूरे मामले की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच हो तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, चाहे वे किसी भी पद या राजनीतिक दल से जुड़े हों। कांग्रेस ने यह भी कहा कि जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता, तब तक वह इस मुद्दे को उठाती रहेगी।
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