मंगलवार रात बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छात्रों और विश्वविद्यालय सुरक्षा कर्मियों के बीच हुई झड़प के बाद परिसर में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। इस टकराव में कई फूलदान, वाहन और कुर्सियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं। हालात को बिगड़ते देख आसपास के थानों की पुलिस टीमों के साथ प्रांतीय सशस्त्र बल (PAC) को भी मौके पर बुलाया गया। सुरक्षा बलों ने काफी मशक्कत के बाद स्थिति पर नियंत्रण पाया।
वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, झड़प तब शुरू हुई जब दो व्यक्तियों—जिनमें से एक पूर्व छात्र बताया जा रहा है—का विश्वविद्यालय सुरक्षा से विवाद हो गया। विवाद बढ़ते ही बड़ी संख्या में छात्र और सुरक्षा कर्मचारी आमने-सामने आ गए, जिससे वातावरण तनावपूर्ण हो गया और संपत्ति को नुकसान पहुंचा।
वाराणसी के अपर पुलिस आयुक्त गौरव कुमार ने बताया, “विश्वविद्यालय के सुरक्षा अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर हमने सार्वजनिक उपद्रव और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। दो नामजद और 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। घटना की शुरुआत सुरक्षा कर्मियों के साथ आरोपी व्यक्तियों के विवाद से हुई थी।”
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पुलिस और PAC टीमों की तैनाती के बाद देर रात तक परिसर की स्थिति पर नजर रखी गई। अधिकारियों ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन से भी संपर्क किया गया है ताकि आगे ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।
बीएचयू में इस तरह की घटनाएं पहले भी बीच-बीच में सामने आती रही हैं, लेकिन मंगलवार की झड़प ने परिसर की सुरक्षा व्यवस्था और छात्र-सुरक्षा संबंधों पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है।
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