छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी राज्य की शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है। चैतन्य बघेल एक व्यवसायी हैं और उनके खिलाफ यह कार्रवाई ईडी द्वारा चलाए जा रहे एक बड़े आर्थिक अपराध जांच अभियान का हिस्सा है।
ईडी सूत्रों के अनुसार, चैतन्य बघेल को पूछताछ के बाद धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत हिरासत में लिया गया। जांच एजेंसी का दावा है कि राज्य की शराब नीति में भारी अनियमितताएं थीं और इससे जुड़े कई व्यवसायियों, नौकरशाहों और राजनीतिक चेहरों को फायदा पहुंचाया गया।
इस मामले में ईडी ने पहले भी कई छापेमारी की थी और कई दस्तावेजी साक्ष्य एकत्र किए थे, जिसमें यह दावा किया गया कि शराब कारोबार से संबंधित फर्जी लेन-देन और कागजों के माध्यम से काले धन को वैध बनाने की कोशिश की गई थी।
ईडी के अनुसार, चैतन्य बघेल की भूमिका कथित तौर पर इस पूरे नेटवर्क को संचालित करने और अवैध वित्तीय गतिविधियों में शामिल होने को लेकर सामने आई है। उन्हें अब अदालत में पेश किया जाएगा और आगे की जांच के लिए हिरासत की मांग की जा सकती है।
इस गिरफ्तारी से राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है, और विपक्ष ने इसे एक राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया है, जबकि ईडी इसे तथ्यों पर आधारित कार्रवाई बता रही है।