छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मुठभेड़ उस समय हुई जब सुरक्षाबल एक विशेष अभियान पर निकले थे और जंगल के भीतर माओवादियों से आमना-सामना हो गया।
पुलिस ने बताया कि इस मुठभेड़ में कई माओवादी भी घायल हो सकते हैं, हालांकि उनकी सटीक संख्या और स्थिति की पुष्टि नहीं हो पाई है। घायल पुलिसकर्मियों को तत्काल प्राथमिक उपचार देने के बाद बेहतर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
बीजापुर और आसपास का क्षेत्र लंबे समय से माओवादी गतिविधियों का गढ़ माना जाता है। यहां अक्सर सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ होती रहती है। पुलिस और अर्धसैनिक बल नियमित रूप से इस क्षेत्र में तलाशी अभियान और नक्सल विरोधी ऑपरेशन चलाते हैं ताकि माओवादी नेटवर्क को कमजोर किया जा सके।
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इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षा और सख्त कर दी गई है। अतिरिक्त बलों को मौके पर भेजा गया है ताकि माओवादियों की तलाश की जा सके और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि यह मुठभेड़ माओवादियों की गतिविधियों को रोकने के लिए चलाए जा रहे लगातार अभियानों का हिस्सा है और सुरक्षा बल क्षेत्र में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
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