भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि उसने देश के इतिहास को अपने राजनीतिक हितों के अनुरूप तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया है। पार्टी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों ने न केवल स्वतंत्रता संग्राम के कई महत्वपूर्ण योगदानों को नजरअंदाज किया, बल्कि देश के गौरवशाली अतीत को भी कमजोर किया।
भाजपा प्रवक्ताओं के अनुसार, कांग्रेस शासन के दौरान इतिहास की किताबों में चुनिंदा घटनाओं और नेताओं को ही प्रमुखता दी गई, जबकि कई स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रनिर्माताओं के योगदान को जानबूझकर हाशिए पर रखा गया। पार्टी का कहना है कि यह "राजनीतिक स्वार्थ के लिए किया गया एक सुनियोजित प्रयास" था।
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकारों ने राष्ट्रवाद की भावना को कमजोर करने और युवाओं के मन में विकृत दृष्टिकोण पैदा करने की कोशिश की। पार्टी के अनुसार, यह समय है कि भारत के इतिहास को सही तथ्यों के आधार पर फिर से लिखा जाए, ताकि नई पीढ़ी को सच्चाई का पता चल सके।
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भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार सही ऐतिहासिक तथ्यों को सामने लाने और उपेक्षित नायकों को सम्मान दिलाने के लिए लगातार काम कर रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद केवल इतिहास तक सीमित नहीं है, बल्कि आने वाले चुनावों के राजनीतिक परिदृश्य से भी जुड़ा हुआ है। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने दशकों तक पाठ्यक्रम और अकादमिक जगत में अपने विचार थोपे।
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